जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को विधानसभा में राजस्थान विधानसभा के डिजिटल म्यूजियम कार्य का शुभारम्भ किया। शुभारम्भ समारोह में गहलोत ने कहा कि रियासत काल से आधुनिक राजस्थान बनने तक का हमारे प्रदेश का गौरवशाली इतिहास रहा है। इस म्यूजियम से प्रदेश की वैभवशाली विरासत, महान स्वतंत्रता सेनानियों, महापुरुषों एवं नीति निर्माताओं के त्याग, बलिदान और योगदान की जानकारी नई पीढ़ी को मिल सकेगी।
गहलोत ने कहा कि मारवाड़, मेवाड, हाडौती सहित प्रदेश के सभी क्षे़त्रों में कई ऎतिहासिक घटनाएं हुई हैं। इन घटनाओं के साथ ही राजस्थान के विकास क्रम में राज्य विधानसभा के योगदान को हम गर्व के साथ याद करते हैं। इनकी जानकारी नई पीढ़ी तक पहुंचाना जरूरी है। म्यूजियम के माध्यम से शोधार्थियों, विद्यार्थियों एवं आमजन को इन घटनाओं और क्रांतिकारी फैसलों को जानने का अवसर मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने देश को 21वीं शताब्दी में ले जाने का सपना देखा था। सूचना क्रांति के माध्यम से उनका सपना साकार हुआ है। यह म्यूजियम भी इसी दिशा में एक अच्छी पहल है।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने कहा कि म्यूजियम के जरिए राजस्थान के निर्माण, विकास के आयामों और सामाजिक बदलाव के साथ बने कानूनों से रूबरू हो सकेंगे। साथ ही इससे लोगों का लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विश्वास बढ़ेगा तथा लोकतंत्र और मजबूत होगा।
संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि जयपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से 13 करोड़ 47 लाख रुपए की लागत से इस डिजिटल म्यूजियम का निर्माण कराया जा रहा है। यह एक साल में बनकर तैयार होगा। उन्होंने बताया कि यहां 3डी प्रभाव के साथ राजस्थान के विकास की पूरी झांकी देख सकेंगे।